मेरा सफ़र ही मेरी मंज़िल थी
तू हमसफ़र जो हुआ , तो सब मिल गया मुझे
तुझे पाने की खातिर ही बिखरता रहूँगा हर जनम
अब बता और क्या दुआ दूं तुझे
तू हमसफ़र जो हुआ , तो सब मिल गया मुझे
तुझे पाने की खातिर ही बिखरता रहूँगा हर जनम
अब बता और क्या दुआ दूं तुझे